वाईएसएस फाउंडेशन ने आज स्वच्छ यमुना मिशन के अंतर्गत 80 वॉ स्वच्छता अभियान किया, जो यमुना नदी एवं घाटों को प्रदूषण से मुक्त करने और सुरक्षित बनाने का लक्ष्य रखता है। संस्था नदी के महत्व को समझती है और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से स्वच्छता को प्रमुखता देती है। स्वच्छ यमुना मिशन के तहत वाईएसएस फाउंडेशन की टीम नदी के किनारे स्थापित सफाई कैंप्स, पर्यावरण संरक्षण कार्यशालाएं और जनसंचार अभियानों का आयोजन करना है। इसके साथ ही संस्था जनता को जागरूक करने, संगठन करने और सुरक्षितता के नियमों का पालन करने के लिए यमुना के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए समय-समय पर कदम उठाती है।
यमुना नदी, भारतीय सभ्यता और प्राकृतिक संसाधनों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि, विभिन्न कारणों से इस नदी का प्रदूषण और अस्तित्व पर संकट बढ़ता जा रहा है। जल प्रदूषण, अवैध नदी किनारे के विकास, सामान्य जनसंख्या के वृद्धि और औद्योगिकीकरण नदी की स्वास्थ्यशाली और जीवनस्तर के लिए खतरनाक प्रभावों का कारण बन रहे हैं।
संस्थापक सचिन गुप्ता ने बताया कि संगठन की ओर से "स्वच्छ यमुना मिशन" की घोषणा एवं कार्य करने का गर्व है। हमारा मिशन है कि हम नदी को पुनर्जीवित करने और उसे प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सामाजिक संगठन, स्थानीय निकाय और साझेदारों के साथ मिलकर काम करें।
संस्था का संगठन मानता है कि यमुना नदी को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाना संभव है जब सभी लोग साझा समर्पण और जिम्मेदारी से तन मन से सहयोग करेंगे। आज के कार्यक्रम में दुर्गा प्रसाद दुबे, दिनेश कुमार, संदीप यादव, प्रशांत यादव, तेजस गुप्ता, करिश्मा चटवाल, अंकिता खंडेलवाल, नितिन वर्मा, रोहित कुमार, सनी, गोपाल गुप्ता, अर्जुन, ऋषभ, सिंटू, मिंटू, प्रियांशु आदि सदस्य मुख्य रूप से सम्मिलित रहे।
एक टिप्पणी भेजें